सुरेश एक मध्यम वर्ग का साधारण नौकरीपेशा व्यक्ति है। सामान्य रूप से वह और उसका परिवार अपनी आय-सीमा में रहकर ही खुश रहते हैं। लेकिन अचानक सुरेश का ऑफिस उसके घर से काफी दूर शिफ्ट हो गया। इसके साथ ही उसके घर में अचानक एक ऐसी जरूरत आ पड़ी जिसके कारण उसे पर्सनल और बाइक लोन दोनों ही लेने पड़े। लेकिन सुरेश ने लोन लेते समय ही यह निश्चय किया कि वह इन दोनों लोन को समय चुका देगा। सुरेश के मित्र मनोज ने लोन पर चर्चा के दौरान किसी भी प्रकार के लोन को समय पूर्व भुगतान करने के लाभ समझाने का प्रयास किया।
इस लेख में देखिये मनोज ने सुरेश को किन फ़ायदों के बारे में बताया :
हम अपना ऋण समय से पहले क्यों चुकाएँ:
1. बचत में वृद्धि :
आमतौर पर वित्तीय संस्थाएं दिये जाने वाले लोन पर चक्रवृद्धि दर से ब्याज लगाती हैं। इस कारण लंबे समय यह ब्याज लोन की कीमत को कई गुना बढ़ा देता है। लेकिन समय पूर्व लोन का भुगतान करने से लोन की यह लागत बच जाती है, इससे व्यक्ति की बचत में बढ़ोतरी होने लगती है।
2. ऋण-आय अनुपात में वृद्धि:
ऋण-आय अनुपात एक व्यक्ति कि आय का वह भाग होता है जो वह लोन के भुगतान में खर्च करता है। इस प्रकार अगर सुरेश अपने लोन का भुगतान समय पर या उससे पहले कर देता है तब उसकी इस अनुपात में बढ़ोतरी हो जाती है। जो उसकी लोन लेने की योग्यता और बढ़ाता है|
3. क्रेडिट स्कोर में सुधार:
साधारण रूप से वित्तीय संस्थान किसी भी व्यक्ति को लोन देते समय उसके द्वारा मांगी गयी लोन की राशि और उस राशि को चुकाने के लिए उपलब्ध साधन देखती हैं। इस आधार पर वह लेनदार को एक क्रेडिट स्कोर देती हैं। मनोज ने बताया कि जो व्यक्ति अपने लोन को समय पर या उससे पहले ही चुका देते हैं, तब उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है।
4. नकदी प्रवाह में वृद्धि:
सुरेश की समझ में अब तक यह बात आ गई कि अगर वह अपने लोन का भुगतान समय पूर्व या समय पर भी कर देता है तब उसके खाते में से निकलने वाली एक बड़ी रकम का निकलना कम हो जाएगा। इस प्रकार उसके खाते में बचत की संभावना अधिक हो जाती है।
5. तनाव में कमी:
अगर सुरेश अपने ऋण का भुगतान समय रहते या समय से पहले कर देता है, तब वह लम्बे समय तक इ. एम. आई. चुकाने के तनाव से बच सकता है।
समय से पहले ऋण का भुगतान करते समय इन ग़लतियों से बचें :
सुरेश के मित्र ने उसे समय पूर्व ऋण का भुगतान करते समय कुछ सावधानियाँ बरतने को भी कहा जैसे:
1. अन्य विकल्पों की खोज:
मनोज ने सुरेश को सलाह दी कि किसी भी लोन का समय से पहले भुगतान करने से पहले इस संबंध में कुछ अन्य विकल्पों की खोजबीन भी कर ले। इस संबंध में कुछ सेविंग स्कीम इस प्रकार की हो सकती हैं जहां निवेश करने पर उसे ऊंची दर में ब्याज की प्राप्ति हो सकती हो। ऐसे में वह अपने पास उपलब्ध अतिरिक्त धन की इसमें निवेश करके ऊंची दर के ब्याज से आय प्राप्त करके अपने लोन पर लगे ब्याज का भुगतान कर सकता है।
2. जुर्माने की जानकारी न होना:
अधिकतर वित्तीय संस्थान दिये गए ऋण पर प्राप्त होने वाले ब्याज से अपनी आय में वृद्धि करती हैं। लेकिन समय पूर्व लोन का भुगतान करने पर उनकी आय कम होने लगती है। इसलिए कुछ ऋणों पर समय पूर्व भुगतान करने पर इन संस्थाओं द्वारा जुर्माने का भी प्रावधान किया जाता है। अतः यह बहुत ही आवश्यक है की आप लोन को अवधि से पूर्व भुगतान से पहले यह ज़रूर देख लें की कहीं ज़ुर्माना आपकी बचत से ज्यादा तो नहीं है।
3. रिज़र्व धन का उपयोग करना
अधिकतर लोग अपने कर्जे का भुगतान जल्दी से जल्दी करके इस भार से मुक्त होने में ही भलाई समझते हैं। इसके लिए अधिकतर लोग अपने सारी बचत का उपयोग करने में भी नहीं हिचकते हैं। लेकिन उस समय वह जीवन में घटने वाली आकस्मिक घटनाओं के लिए सुरक्षित धन राशि रखना भूल जाते हैं। इसलिए मित्र की सलाह मानते हुए सुरेश ने अपने कर्जे का समय पूर्व भुगतान करने से पहले कुछ धनराशि को रिज़र्व में रख लिया जिसका वह अचानक आने वाली जरूरत में उपयोग कर सकता है।
सारांश :
सुरेश जैसी स्थिति में यदि आप भी कभी किसी वित्तीय संस्था से लोन लेना चाहें तो सबसे पहले लोन लेने का उद्देशय तय कर लें। उसके आधार पर बाजार में उपलब्ध लोन और उनपर दी जाने वाली ब्याज दरों का अच्छी तरह से ब्यौरा भी ले लें। जिस भी वित्तीय संस्थान से आप लोन ले रहे हैं वहाँ से समय पूर्व लोन का भुगतान करने संबंधी नियमों व नीतियों की जानकारी पहले ही प्राप्त कर लें। इस प्रकार लोन लेने से आपको कभी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।