जब कोई व्यक्ति अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किसी संस्था या बैंक से पैसा उधार लेता है, तो उसे लोन या कर्ज कहते हैं. डिजिटल प्रगति ने पहले की तुलना में ऋण के लिए चयन करना बहुत आसान बना दिया है। किसी को फ़ोन लेना हो या कार लेनी हो या फिर अपना घर खरीदना हो, सभी तरह की ज़रूरतों के लिए लोन या कर्ज आसानी से मिल जाता है. क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेना और भी आसान हो गया है. इस तरह लोन मिलने में आसानी होने से जहाँ एक तरफ़ लोगों को इसका काफ़ी फ़ायदा मिला है, तो वहीं अत्यधिक खर्च के कारण कई लोग कर्ज के जाल में फंसते जा रहे हैं। इस प्रकार, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उनके जीवन की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। इस लेख में हम आपको वो सात तरीके बताएंगे जिनको अपनाकर आप कर्ज के गहरे अंधकूप में फंसने से बच जाएंगे.
कई लोग कर्ज तो ले लेते हैं लेकिन अपनी ज़रूरत से ज़्यादा कर्ज लेने की वजह से उसे चुकाना मुश्किल हो जाता है. पुराने कर्ज को न चुका पाने और आमदनी में बढ़ोतरी न होने की वजह से पुराने कर्ज को चुकाने के लिए फिर नया कर लेना पड़ता है, ताकि जितना हो सके बैंक की पैनल्टी से बचा जा सके. जैसे-जैसे कर्ज की रकम बढ़ती है इंसान की टेंशन भी बढ़ती जाती है और कर्ज का जाल, जी का जंजाल बन जाता है. समय के साथ, आप एक ऐसी स्थिति में फंस जाते हैं जहां कर्ज नियंत्रण से बाहर हो जाता है. अंततः यह वित्तीय दायित्व से परे एक तनाव बन जाता है।
किसी बैंक से लिए गए उस कर्ज पर सबसे ज़्यादा ध्यान दें जिन पर आप सबसे ज़्यादा ब्याज दे रहे हैं, जैसे कि क्रेडिट कार्ड से लिया गया कर्ज या पर्सनल लोन वगैरह. इस तरह के लोन को सबसे पहले चुकाना चाहिए. इन्हें चुकाने के लिए एक रणनीति बनाएं और तय करें कि उसके मुताबिक़ कर्ज चुकाना है. जैसे, यह पक्का करें आप हर महीने ज़्यादा से ज़्यादा रकम जमा करें ताकि लोन की कुल रकम कम हो और ब्याज कम रकम पर लगे, जिसके फलस्वरूप लोन जल्द से जल्द चुकाया जा सके. ऐसा करने के लिए आप अन्य लोन में दी जा रही रकम में से कटौती करके इन खास तरह के लोन को चुकाने में लगा सकते हैं. कोशिश करें कि एक साथ ज़्यादा रकम जमा कराएं ताकि लोन की वास्तविक रकम कम हो जाए और उसे आसानी और कम समय में चुकाया जा सके.
अगर आप तेज़ी से कर्ज उतारना चाहते हैं, तो आमदनी बढने पर अपनी लोन की किश्त की रकम बढ़ा दें, इसे आप लोन की ज़्यादा रकम चुका पाएंगे. मान लीजिए आपकी आय में 8 प्रतिशत की वृद्धि होती है, तो आप अपनी ईएमआई में 5 प्रतिशत की वृद्धि कर सकते हैं. इस तरह ईएमआई में 5 प्रतिशत की वृद्धि करके, आप 20 साल के लोन को केवल 12 वर्षों में समाप्त कर सकते हैं जिससे आप ब्याज शुल्क में एक बड़ी राशि की बचत कर सकते हैं.
ऋण समेकन आपकी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका है. अगर आप पर कई ज़्यादा ब्याज़ वाले ऋण या क्रेडिट कार्ड की रकम शेष हैं, तो आप धीरे-धीरे वित्तीय गड़बड़ी की ओर बढ़ रहे हैं. इसलिए, सभी कर्जों से मुक्त होने के लिए कम ब्याज वाला पर्सनल लोन लेना एक बहुत ही बेहतर तरीका है. पर्सनल लोन आपकी सभी बकाया राशि को चुकाने में मदद करता है और आप हर महीने जो अलग-अलग किश्तें चुकाते हैं उसकी जगह पर्सनल लोन लेने से महीने में सिर्फ़ एक किश्त चुकानी पड़ती है. अगर आप ऋण समेकन का विकल्प चुनते हैं, तो हीरो फिनकोर्प के ज़रिए बेहद कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन ले सकते हैं. ज़्यादा जानकारी के लिए आप हीरो फिनकॉर्प पर जा सकते हैं.
आपके ऊपर जितने भी बकाया बिल हों जैसे कि क्रेडिट कार्ड बिल, उन्हें आप ईएमआई में बदलकर आसानी से चुका सकते हैं. इसके लिए आप अपनी बैंक की ऐप्लिकेशन या बैंक की शाखा में जाकर अपने बकाया क्रेडिट कार्ड बिल को ईएमआई में बदलने का अनुरोध कर सकते हैं. ज़्यादातर बैंक ऐसे होते हैं जो तय अवधि के विकल्प के साथ इन ईएमआई के लिए मामूली ब्याज दर लेते हैं. इन ईएमआई को चेक के साथ सीधे बैंक शाखा में जमा किया जा सकता है या बैंक की स्वचालित भुगतान सुविधा के साथ सीधे आपके खाते से काटा जा सकता है.
आपके पास निवेश किया हुआ जो भी पैसा है उससे कर्ज चुकाने में फ़ायदा मिल सकता है. अगर आप कर्ज चुकाने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं, तो आप अपनी जीवन बीमा पॉलिसी या एफ़डी वगैरह का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में कर सकते हैं, जीवन बीमा और पीपीएफ जैसे निवेश के तरीके आपके कर्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं.
अक्सर यह देखा जाता है कि कर्ज का अत्यधिक बोझ असंगठित जीवन शैली का परिणाम होता है। लोग उन चीजों को खरीदने के लिए खर्च करते रहते हैं जो अस्थायी खुशी के लिए होती हैं और लंबी अवधि में वे कर्ज का पहाड़ बना लेते हैं। जीवनशैली में सुधार और खर्चों को कम करने से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। गैर-ज़रूरी खर्चों जैसे महंगे प्रोडक्ट खरीदना, घूमने-फिरने और वीकेंड पार्टियों में पैसे खर्च करना वगैरह में कटौती करके कर्ज के जाल से बाहर निकला जा सकता है.
गलत ऋण देने वाली संस्था का चयन भी एक कारक है जो ऋणों के बोझ को बढ़ाता है। लोग अक्सर संगठन, ऋण के संबंध में उनकी नीतियों और ब्याज दरों जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं का मूल्यांकन करने से बचते हैं। अगर लोन लेने से पहले इन चीज़ों का ध्यान रखा जाए, तो काफ़ी हद तक कर्ज के जाल में फंसने से बचा जा सकता है, क्योंकि अगर किसी बैंक से सही शर्तों पर कम समय के लिए, कम ब्याज दर पर कर्ज मिल जाए, तो उसे चुकाने में आसानी होती है.
अप्रत्याशित और आवश्यक खर्चों को प्रबंधित करने के लिए ऋण एक सहायक उपकरण है। हालांकि आपको कर्ज के जरिए फालतू चीजों पर खर्च करने से हमेशा बचना चाहिए। ऊपर बताए गए तरीकों को अपनाकर आप अपने कर्ज तेजी से चुका सकते हैं. ऐसा करना आपके लिए जरूरी भी है, क्योंकि जितनी तेज़ी से आप अपने कर्जों को चुकाते हैं उतनी तेज़ी से आप ज़िंदगी की मुश्किलों से बचते हैं और एक खुशहाल ज़िंदगी की ओर आगे बढ़ते हैं.