पर्सनल लोन एक असुरक्षित लोन हैं जो बिना किसी लंबी कागजी कार्यवाही के झटपट मिल जाता है। हाल के वर्षों में पर्सनल लोन की बड़ी लोकप्रियता और इसकी आसानी मिलने की सुलभता के चलते पर्सनल लोन की मांग में भारी वृद्धि हुई है। इसकी दूसरी बड़ी विशेषता यह है कि इसके लिए आपको किसी भी तरह के गारंटर इत्यादि की भी आवश्यकता नही पड़ती है। किन्तु इस बढ़ती मांग के चलते लोग पर्सनल लोन लेने के इतने आदि हो गए हैं कि हर छोटे-बड़े, आवश्यक-अनावश्यक खर्चे के लिए लोन ले लेते हैं।
कुछ लोग तो एक से ज्यादा लोन लेकर बैठ जाते हैं, जिस वजह से उनके व्यक्तिगत खर्चे प्रभावित होते हैं और वह उनका सही से प्रबंधन नही कर पाते हैं। ऐसे में बहुत आम बात है कि वह लोन की ईएमआई समय पर देने या फिर लोन चुकाने में असफल हो सकते हैं। आप में से अधिकतर लोगों को यह तो पता होगा कि पर्सनल लोन लेते कैसे हैं। किन्तु आज हम आपको बताएंगे कि पर्सनल लोन न चुकाने पर क्या होगा? या फिर अगर आप लोन नही देते हैं तो वित्तीय संस्थान पर्सनल लोन की रिकवरी कैसे करते हैं।
पर्सनल लोन ईएमआई का भुगतान नहीं करने पर क्या होगा?
पर्सनल लोन पात्रता मानदंड को पूरा करने और लोन दस्तावेज जमा करने के बाद, आप उस अवधि के भीतर लोन चुकाने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं जिसे आपने समान मासिक किश्तों (ईएमआई) के रूप में चुना होता है। इसका मतलब है कि आपको हर महीने निर्धारित तारीख पर एक निश्चित राशि का भुगतान करना होता है। यदि आपने अपने वित्त की सावधानीपूर्वक योजना नहीं बनाई है या आपात परिस्थितियों के कारण आप पर्सनल ईएमआई का भुगतान करने में असमर्थ हैं, तो आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
यदि आप एक ईएमआई देने से चूकते हैं तो लोनदाता से ईमेल, एसएमएस, अधिसूचना या फोन कॉल के रूप में रिमाइंडर प्राप्त होगा। यदि उसके बाद भी भुगतान नहीं किया जाता है तो आपको इसका एक उचित कारण बताना पड़ता है। लेकिन अगर आपका कारण वास्तविक है तो संस्थान आपको लोन की ईएमआई चुकाने के लिए कुछ अतिरिक्त दिन दे सकता है। समय सीमा के विस्तार के बावजूद, यदि ईएमआई का भुगतान नहीं किया गया है, तो आप दंड के लिए उत्तरदायी हैं। इसके अलावा, इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है? इसके जवाब में हम पहली चीज यही बताना चाहेंगे कि इसका सबसे बुरा प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। प्रत्येक लोनदाता व्यक्ति के पुनर्भुगतान व्यवहार के बारे में ट्रांसयूनियन सिबिल को सूचित करता रहेगा। आपके द्वारा छूटी प्रत्येक ईएमआई के साथ, आपका सिबिल स्कोर 50 से 70 अंक तक कम हो जाएगा। आपकी ईएमआई चुकाने में लगातार देरी से आपका
क्रेडिट स्कोर काफी कम हो जाएगा और आगे इससे लोन मिलने की संभावना खत्म हो सकती है।
90 दिन से अधिक होने पर क्या कार्यवाही होती है?
यदि उधारकर्ता 90 दिनों से अधिक समय तक लोन चूकाने में असमर्थ रहता है तो उसे संस्थान की ओर से ईमेल या कॉल आता है। अगर यह समय 180 दिनों तक पहुंचता है और तब भी लोन का भुगतान नहीं किया जाता है, तो लोनदाता को संस्थान की ओर से उनके दिए गए पत्ते पर नोटिस भेजा जाता है। लोनदाता वसूली के लिए अपने अधिकारियों को आपके घर पर भी भेज सकता है।
यह भी पढ़ें: पर्सनल लोन पर चुकानी पड़ती है कितनी लागत? अगर कोई सुरक्षित लोन पर चूक करता है तो क्या होगा?
ऐसे लोन जिन्हें अप्रूव करने के लिए सोना, संपत्ति, एलआईसी पॉलिसियां, एनएससी आदि जैसी चीजों को गिरवी रखा जाता है, उसे सुरक्षित लोन कहते हैं। संपत्ति को गिरवी रखने या आभूषण, एलआईसीपी या एनएससी को गिरवी रखकर सुरक्षित किए गए
पर्सनल लोन की अदायगी न करने की सजा काफी अलग है। रिमाइंडर भेजने जैसे कुछ चरण तो पर्सनल लोन की ही तरह रहते हैं। लेकिन जब उधारकर्ता इन रिमाइंडर्स का जवाब देने में विफल रहता है, तो लोनदाता नीलामी की तारीख के साथ संपत्ति की बिक्री के संबंध में उधारकर्ता को एक नोटिस भेजता है।
यदि दिए गए समय के भीतर लोनकर्ता भुगतान नहीं कर पाता है, तो अगला कदम एक नोटिस भेजना होगा जिसमें कहा जाएगा कि संपत्ति की नीलामी एक निश्चित तिथि पर की जाएगी। नीलामी के लिए निर्धारित आरक्षित मूल्य का भी उल्लेख किया जाएगा। नोटिस की तारीख और नीलामी की तारीख के बीच का समय अंतराल एक महीने का होगा। यदि उधारकर्ता इस समय के भीतर बकाया राशि का भुगतान करता है, तो नीलामी बंद कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि संपत्ति बेची जाती है, तो उधारकर्ता को संपूर्ण देय राशि का भुगतान करने के बाद बिक्री से प्राप्त राशि में से बची शेष राशि का दावा करने का अधिकार होगा।
क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन का भुगतान न करने का प्रभाव
लोनदाता पर्सनल उधारकर्ताओं के पुनर्भुगतान व्यवहार के बारे में क्रेडिट ब्यूरो को सूचित रखेगा। हर ईएमआई जो छूट जाती है उसे उधारकर्ता के क्रेडिट इतिहास में दर्ज किया जाएगा। हर बार
क्रेडिट स्कोर में 50 से 70 अंक की गिरावट आएगी। यदि चूक लगातार तीन महीने तक जारी रहती है, तो पर्सनल लोन को नॉन-परफोर्मिंग ऐस्ट के रूप में देखा जाएगा, और इसकी सूचना क्रेडिट ब्यूरो को दी जाएगी।
इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा और इस हद तक कि आपके लिए आगे लोन प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। यह होम लोन जैसे बड़े लोन का लाभ उठाने की आपकी संभावनाओं को खत्म कर देगा। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप अपने वित्त की समझदारी से योजना बनाएं और जरूरत पड़ने पर ही उधार लें और इसे समय पर ब्याज सहित चुका भी दें।
पर्सनल लोन चूकाना बन सकता है समस्या
लोन चुकौती के बोझ को कम करने के लिए ईएमआई सिस्टम तैयार किया गया था। पर्सनल लोन ईएमआई भुगतान में चूक होने सर्वप्रथम आपको लेट फीस का भुगतान करना पड़ता है। लोन किश्त देने में जितनी ज्यादा देर होगी अतिरिक्त शुल्क भी उतना ही बढ़ता जाएगा। यह सारा जुर्माना लोन की लागत में जोड़ दिया जाता, जिससे लोन देना और भी कठिन हो जाता है।
उम्मीद करते हैं कि यह लेख पढ़ने के बाद अब आप जान गए होंगे कि पर्सनल लोन न चुकाने पर क्या होगा? अंत में हम आप से यही कहेंगे कि पर्सनल लोन एक बेहतरीन सुविधा है, जिसका लाभ लेकर आप किसी भी आर्थिक संकट से बच सकते हैं। इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम सभी इन लोन को समय पर चुकाए और इस सुविधा का निरंतर लाभ लेते रहे हैं। कुछ लोग तो गुगल पर यह भी सर्च करते हैं कि लोन माफ कैसे होगा? इन सभी लोगों के लिए हमारा एक ही जवाब है, ईएमआई का समय पर भुगतान करके।