boticon

बच्चों की पढ़ाई के लिए कैसे निवेश करें?

Main-Banner (1).webp

आपके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई निवेश विकल्प हैं  कुछ निवेश बच्चों की अलग अलग जरूरतों जैसे कि पढ़ाई और शादी के लिए किये जाते हैं, जबकि कुछ अन्य निवेश जैसे कि इक्विटी म्यूचुअल फंड, गोल्ड ईटीएफ आदि भी बच्चों के लाभ के लिए खरीदे जा सकते हैं। प्रत्येक योजना की अपनी विशेषताएं होती हैं और यह अलग तरह से काम करती हैं। इसलिए, उन्हें अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उनमें निवेश करने का तरीका जानना महत्वपूर्ण है।
 

बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश राशि कितनी होनी चाहिए


इससे पहले कि आप बच्चों की पढाई के लिए बचत योजनाएं चुनें, आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कितनी बचत की आवश्यकता है।
उदाहरण के लिए, महंगाई सालाना 6 फीसदी की दर से बढ़ रही है, एक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम जिसकी लागत वर्तमान में 5 लाख रुपये है, वह 15 साल बाद लगभग 12 लाख तक हो जाएगी। महंगाई की दर को देखते हुए आपको सालाना 12 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि पर 15 साल बाद 5 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए 1000 रुपये प्रति माह बचाने की जरूरत है। इसलिए, 12 प्रतिशत की वृद्धि दर पर, आपको 15 वर्षों के बाद 12 लाख रुपये के लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रति माह लगभग 2500 रुपये अलग रखने की जरूरत है।
 

सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई)


आप सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश कर सकते हैं। यह योजना खासतौर पर लड़कियों के लिए है। किन्तु आप इस योजना में तभी निवेश कर सकेंगे, अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है। SSY एक सरकारी योजना है और यह एक परिवार में दो लड़कियों के लिए अधिकतम दो खाते खोलने की अनुमति देती है।

सुकन्या समृद्धि योजना डाकघर या बैंक में खोली जा सकती है। आप चाहें तो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी अपना खाता खोल सकते हैं, यानी, संबंधित डाकघर या बैंक में ई-ट्रांसफर करें यदि उनमें कोर बैंकिंग सुविधा मौजूद है।

SSY खाता खोलने के लिए, न्यूनतम 250 रुपये की प्रारंभिक राशि जमा करवाने की आवश्यकता होती है। इसके बाद खाते में सालाना न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं। SSY खाता खोलने पर, शुरुआती 15 वर्षों के लिए इसे जमा करते रहना होता है, हालाँकि यह योजना 21 वर्षों के लिए होती है। अगर बच्चे की उम्र 6 साल है तो SSY स्कीम बच्चे की उम्र 27 साल होने पर मैच्योर हो जाएगी।
 
आपको बता दें कि 18 साल की उम्र में, माता-पिता बच्चे के विवाह के उद्देश्य से पैसे वापस ले सकते हैं।

यह भी पढ़ें:


सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ)


अगर आपके पास अपने नाम पर पहले से पीपीएफ खाता है, तो भी आपको अपने बच्चे के नाम पर दूसरा खाता खोलने की अनुमति है। हालांकि, एक साल में उनमें (पैरेंट प्लस माइनर अकाउंट) अधिकतम 1.5 लाख रुपये डाले जा सकते हैं। अपने स्वयं के खाते के अलावा, बच्चे के नाम पर एक पीपीएफ चाइल्ड खाता खोलें और उन दोनों में योगदान करते रहें। पीपीएफ में निवेश किया गया मूलधन आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की कटौती के लिए योग्य है। आप अपने और बच्चे के खाते पर कर कटौती में भी लाभ पा सकते हैं।

यह भी पढ़ें: जानिये सरकार कैसे आपका बिज़नेस शुरू करवाने में मदद कर सकती है?


प्रीमियम की छूट के साथ चाइल्ड प्लान (WOP)


बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश करने हेतु बहुत सी ऐसी बीमा योजनाएं भी हैं जहां आपको प्रीमियम पर अच्छी खासी छूट मिलती है। यह योजनाएं बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से अनुकूल हैं। जीवन बीमा पॉलिसी में प्रीमियम की छूट की विशेषता यह सुनिश्चित करती है कि पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद या पॉलिसीधारक के प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थता होने पर भी पॉलिसी समाप्त या निष्क्रिय नहीं होती है। बीमाकर्ता बीमा राशि का भुगतान करता है और नियत तारीख पर योजना में प्रीमियम भी डालता रहता है। यह सुनिश्चित करता है कि फंड का मूल्य वांछित उम्र में बच्चे के लिए है।
 

बच्चों के भविष्य के लिए म्यूचुअल फंड


बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश योजनाओं की सूचि में म्यूचुअल फंड भी एक बेहतर विकल्प है। युवा माता-पिता इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। लार्ज-कैप और मिड-कैप फंडों में लगातार अच्छा करने वाली योजनाओं के साथ एक कोर पोर्टफोलियो बनाएं। कुछ हिस्सा इंडेक्स फंड में भी लगाया जा सकता है लेकिन महत्वपूर्ण रूप से बच्चे के लक्ष्यों के लिए एक अलग पोर्टफोलियो बनाएं और लक्ष्य तीन साल दूर तक का ही रखें।
 

गोल्ड ईटीएफ खरीदना


माता-पिता के रूप में, कई लोग सोना खरीदकर बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बचत करने की सोच रखते हैं। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) सोने में निवेश करने का एक अधिक लागत प्रभावी तरीका है। गोल्ड ईटीएफ पेपर गोल्ड का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह कुछ हद तक एमएफ यूनिट खरीदने के समान हैं। कोई भी नियमित आधार पर कम से कम 1 ग्राम सोना खरीद सकता है और लंबी अवधि तक सोना जमा कर सकता है।
 
वैकल्पिक तौर पर, सरकार द्वारा नियमित रूप से जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) होते हैं जिन्हें खरीदा भी जा सकता है। SGB ​​आठ साल की परिपक्वता अवधि के साथ आता है (5वें वर्ष से लॉक-इन समाप्त होता है)।

यह भी पढ़ें: नहीं चुका पा रहे ऋण की किश्त बरतें ये सावधानियां


निष्कर्ष


इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश के साथ-साथ, एक पीपीएफ खाता खोलें, और बच्चों की पढाई के लिए निवेश करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना ऑनलाइन खरीदें। गोल्ड निवेश का चयन करते समय, गोल्ड ईटीएफ और एसजीबी का मूल्यांकन करते समय टैक्स जैसे कारकों को ध्यान में रखें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बाजार की स्थितियों के कारण बच्चों की पढाई के लिए बचत योजनाओं में निवेश करना बंद न करें। उम्मीद करते हैं कि इस लेख के माध्यम से आपके मन में उठ रहे सवाल, बच्चों की पढाई के लिए निवेश कहां करें? का जवाब मिल गया होगा।
 

To Avail Personal LoanApply Now