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आइए इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानते हैं कि आप आसान तरीकों से अपनी बाइक का ऐवरेज कैसे निकाल सकते हैं व साथ ही हम उन आसान टिप्स के बारे में भी जानेंगे जिनको अपनाकर आप अपनी बाइक की माइलेज को बढ़ा सकते हैं।
यह जानना हर बाइक सवार के लिए ज़रूरी है कि उनकी बाइक एक लीटर में कितना चलती है। इसे ही हम बाइक का ऐवरेज कहते हैं। आसान शब्दों में, जितना ज़्यादा किलोमीटर आप एक लीटर पेट्रोल में तय करते हैं, उतना ही बेहतर आपकी बाइक का माइलेज होता है। तो आइए जानते हैं कि आप अपनी बाइक का ऐवरेज कैसे चेक कर सकते हैं:
सबसे पहले, अपनी बाइक की ट्रिप मीटर को जीरो पर रिसेट करें और फिर फ्यूल टैंक को पूरा भर लें। अब बाइक चलाएं और 100 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद देखें कि कितना पेट्रोल ख़र्च हुआ है। जितने लीटर पेट्रोल भरा है, उसे 100 किलोमीटर से भाग दें। यही आपकी बाइक का ऐवरेज होगा (उदाहरण के लिए, 100 किमी / 5 लीटर = 20 किमी/लीटर)।
इस तरीके में आपको बाइक के कार्बोरेटर से जुड़ी हुई एक स्पेशल बॉटल की जरूरत होगी। इस बॉटल में एक लीटर पेट्रोल भरें और फिर ट्रिप मीटर को जीरो पर सेट करें। अब बाइक चलाएं और देखें कि एक लीटर पेट्रोल में कितने किलोमीटर चलती है। इस दूरी को एक लीटर से भाग देकर अपना माइलेज निकालें।
जब आपकी बाइक रिजर्व पर आ जाए, तो ओडोमीटर रीडिंग को नोट कर लें या फिर ट्रिप मीटर को जीरो पर रिसेट कर दें। अब बाइक में सिर्फ 1 लीटर पेट्रोल भरें और उसे तब तक चलाएं जब तक वो दोबारा रिजर्व पर न आ जाए। जितने किलोमीटर आपने तय किए हैं, उन्हें 1 लीटर से भाग दें। यही आपकी बाइक का ऐवरेज होगा।
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किसी भी बाइक पर प्रति किलोमीटर कितने पैसे ख़र्च होंगे, यह उसके माइलेज पर निर्भर करता है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप पहले ही जानें कि आपकी गाड़ी का माइलेज क्या है। इसके लिए आप निम्न बिंदुओं का निरिक्षण कर सकते हैं:
जितनी हल्की बाइक होगी, उतना अच्छा माइलेज देगी। गाड़ी में भारी सामान ना रखें। साथ ही जरूरत से ज्यादा सामान जैसे बहुत बड़े क्रैश गार्ड, ओवरसाइज्ड हॉर्न या अतिरिक्त बॉडी कवर लगाने से भी वजन बढ़ता है और माइलेज कम हो जाता है।
ये साइंस का वो शब्द है जो बताता है कि हवा में चलती हुई कोई चीज हवा को कैसे चीरती है। जितनी आसानी से आपकी बाइक हवा को काटती हुई आगे बढ़ेगी, उतना कम परिश्रम इंजन को करना पड़ेगा और माइलेज अच्छा रहेगा। इसीलिए अच्छी डिजाइन वाली बाइक्स ना सिर्फ रफ्तार में तेज होती हैं बल्कि ज्यादा माइलेज भी देती हैं।
चौड़े और ओवरसाइज्ड टायर हवा के रुकावट का काम करते हैं, जिससे माइलेज कम हो जाता है। इसी तरह, कम हवा वाले टायरों को घूमने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे भी माइलेज कम मिलता है। इसलिए टायरों में हवा का सही प्रेशर बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।
ये एक बहुत बड़ी बात है जो माइलेज को काफी प्रभावित करती है। बार-बार गियर बदलने से गाड़ी ज्यादा तेल पीती है। साथ ही, गाड़ी को ऊंचे गियर में खींचना भी माइलेज कम करता है। इसलिए हमेशा सही रफ्तार के हिसाब से ही गियर बदलें।
अपनी बाइक की इंस्ट्रक्शन बुक जरूर देखें कि उसे किस नंबर का पेट्रोल (ऑक्टेन रेटिंग) चाहिए। हमेशा उसी नंबर का या उससे ऊपर का ही पेट्रोल इस्तेमाल करें। साथ ही, जितना हो सके किसी अच्छे पेट्रोल पंप से ही तेल भरवाएं। जहाँ जाने से पहले वहाँ की ईंधन की मात्रा और गुणवत्ता के बारे में पता कर लें।
साफ बाइक पर तेल या गाड़ी में कोई खराबी होने पर जल्दी पता चल जाता है। अगर गाड़ी के पुर्जों के बीच में या चेन पर मैल जमा हो जाए तो गाड़ी को चलने में दिक्कत होती है और माइलेज भी कम हो जाता है। इसलिए अपनी बाइक को हमेशा साफ रखें।
कभी भी टैंक को पूरा नहीं भरना चाहिए। इससे तेल छलकने का खतरा रहता है। साथ ही, गर्मी में पेट्रोल फैलने का भी डर रहता है। अगर टंकी का रबर सील खराब हो जाए तो भी तेल रिस सकता है।
चाहे आप कम सीसी वाली बाइक चला रहे हों, अगर आप बार-बार ब्रेक लगाते हैं या बहुत तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हैं तो भी माइलेज कम हो सकता है। गाड़ी चलाते समय राइडिंग स्किल पर ध्यान दें और सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही ब्रेक लगाएं और रफ्तार बढ़ाएं।
अगर इंजन ऑयल कम है तो गाड़ी गर्म हो जाती है क्योंकि उसे सही से चिकनाई नहीं मिल पाती। इससे गाड़ी का माइलेज भी कम हो जाता है। साथ ही, खराब क्वालिटी का इंजन ऑयल भी गाड़ी को गर्म कर सकता है।
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बढ़ते पेट्रोल के दामों में, ईंधन-कुशल वाहन चुनना एक समझदारी का फैसला है। बेहतर माइलेज वाली बाइक न केवल पैसे बचाने में मदद करती हैं, बल्कि पर्यावरण पर भी कम बोझ डालती हैं। लेकिन, आप अपनी मौजूदा बाइक के माइलेज को निम्नलिखित सरल उपायों और आदतों को अपनाकर बेहतर बना सकते हैं:
समय पर सर्विसिंग और ऑयल चेंज करवाएं। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी बाइक का इंजन सुचारू रूप से चल रहा है और अनावश्यक घर्षण कम हो रहा है। एयर फिल्टर, स्पार्क प्लग और टायरों की नियमित रूप से जांच करवाएं। ये घटक बाइक के प्रदर्शन और ईंधन दक्षता को प्रभावित करते हैं। टायरों में सही हवा का दबाव बनाए रखें। कम हवा वाले टायरों से रोलिंग रेजिस्टेंस बढ़ जाता है, जिसके लिए अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है। चेन को लुब्रिकेट करें और ढीली न होने दें। एक सूखी या ढीली चेन अधिक घर्षण पैदा करती है और ईंधन दक्षता को कम करती है।
अच्छी गुणवत्ता वाला पेट्रोल इस्तेमाल करें। बेहतर गुणवत्ता वाला पेट्रोल इंजन को अधिक कुशलता से चलाने में मदद करता है। टैंक को पूरी तरह से न भरें, थोड़ा ख़ाली छोड़ें। टैंक को पूरी तरह से भरने से ईंधन वाष्पीकरण हो सकता है, जिससे ईंधन की बर्बादी होती है। धीमी गति से रफ्तार बनाए रखें और अचानक ब्रेक लगाने से बचें। आक्रामक ड्राइविंग और अचानक ब्रेक लगाने से अधिक ईंधन की खपत होती है। ट्रैफिक में फंसने पर इंजन बंद कर दें। यदि आप 1 मिनट से अधिक समय तक रुकने वाले हैं, तो इंजन बंद कर दें। गियर का सही इस्तेमाल करें। ऊँचे गियर में कम गति से चलने से इंजन पर अधिक दबाव पड़ता है और ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
धीमी और स्थिर गति से गाड़ी चलाएं। तेज गति से गाड़ी चलाने से ईंधन की खपत तेजी से बढ़ती है। अचानक एक्सीलेरेशन और ब्रेकिंग से बचें। आक्रामक ड्राइविंग और अचानक ब्रेक लगाने से अधिक ईंधन की खपत होती है। ट्रैफिक लाइट पर इंजन बंद कर दें। यदि आप 1 मिनट से अधिक समय तक रुकने वाले हैं, तो इंजन बंद कर दें। ज़रूरत से ज़्यादा सामान न लादें। अतिरिक्त भार इंजन पर दबाव डालता है और ईंधन दक्षता को कम करता है। ढलान पर गाड़ी चलाते समय न्यूट्रल गियर का इस्तेमाल करें। ढलान पर न्यूट्रल गियर में गाड़ी चलाने से इंजन बंद हो जाता है, जिससे ईंधन बचता है।
टायरों का सही साइज और टाइप इस्तेमाल करें। सही आकार और प्रकार के टायर ईंधन दक्षता को बेहतर बनाते हैं। गैर-आवश्यक सामान हटा दें। अतिरिक्त सामान हटाने से बाइक का वजन कम होता है, जिससे ईंधन दक्षता में सुधार होता है। हेलमेट और अन्य सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करें। सुरक्षा उपकरणों का उपयोग ईंधन दक्षता को सीधे प्रभावित नहीं करता है, लेकिन यह सवारी को सुरक्षित बनाता है। नियमों का पालन करते हुए जिम्मेदारी से गाड़ी चलाएं। तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने से न केवल दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि ईंधन की भी बर्बादी होती है।
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बेहतर माइलेज वाली बाइक निश्चित रूप से आपकी लोन स्वीकृति की संभावनाओं को बढ़ा सकती है, लेकिन यह एकमात्र निर्णायक कारक नहीं है, लेकिन एक बेहतर माइलेज वाली बाइक 2 व्हीलर लोन प्राप्त करने की आपकी संभावनाओं को बढ़ा सकती है:
अपनी बाइक का माइलेज जाँचना आसान है और आपको यह जानने में मदद करता है कि आप कितना ईंधन ख़र्च कर रहे हैं। बेहतर माइलेज वाली बाइक न सिर्फ आपके पैसे बचाती है बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में सहायता करती है। हीरो फिनकॉर्प से आसान 2 व्हीलर लोन पाने के लिए अपनी पसंद की किफायती बाइक चुनें!
बाइक का ऐवरेज यह बताता है कि एक लीटर ईंधन में आपकी बाइक कितनी दूरी तय कर सकती है। इसे किलोमीटर प्रति लीटर में मापा जाता है।
बाइक का ऐवरेज निकालने के लिए, आपको अपनी बाइक का टैंक पूरी तरह से ख़ाली करना होगा। फिर, आपको अपनी बाइक की दूरी मापने के लिए ओडोमीटर का उपयोग करना होगा व आपको अपनी बाइक के टैंक को भरने के लिए पर्याप्त पेट्रोल की आवश्यकता होगी।
अपनी बाइक का टैंक पूरी तरह से ख़ाली करें व एक पेट्रोल स्टेशन पर जाकर, टैंक को पूरी क्षमता तक भरें। फिर, ओडोमीटर रीडिंग को रीसेट करें।
आपको अपनी बाइक को कम से कम 100 किलोमीटर चलाना चाहिए ताकि सटीक ऐवरेज प्राप्त हो सके।
ऐवरेज निकालने के लिए टायर का दबाव, सड़क की स्थिति, बाइक की स्पीड, और मेंटेनेंस जैसे कारक महत्वपूर्ण होते हैं। सही मेंटेनेंस और ध्यान से चलाने पर ऐवरेज बेहतर आता है।
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